क्या आप सोच-समझ कर प्यार करते हैं या यह बस हो जाता है? जब आपको प्यार होता है तो आप क्या उम्मीद करते हैं – रोमांस, खुशी, आनंद। लेकिन जब आपका रिश्ता टूटता है तो क्या होता है – ढेर सारी संवेदनाएँ, दिल का दर्द, निराशाएँ… कई सवाल, कई जवाब? लेकिन एक चीज़ जो निरंतर है वो है प्यार। इस कहानी में देखिए कि जब इंजीनियरिंग कर रहे रौनक को उसकी स्कूल की सहपाठी पूजा के प्रेम का डंक लगा तो क्या हुआ। किसी तीसरे के कारण उसका पहला प्यार एक तरफा प्रेम प्रसंग से अधिक कुछ नहीं हो सका। और जब रौनक ने सारी उम्मीदें खो दी, तब उसने खुद को अपने सबसे अच्छे दोस्त सौम्य की पूर्व प्रेमिका मनाली की तरफ खिंचते हुए पाया। है न एक उलझी हुई कहानी! और यहाँ आती है बारी किस्मत की जो पूरा खेल ही बदल देती है। अचानक रौनक की जिंदगी में ऐसा कुछ आता है जो उसकी ज़िन्दगी का रुख ही बदल देता है। रौनक के साथ प्यार, रोमांस, विश्वासघात और नियति के इस सफर को इस कहानी में जीयें।
Meri Nazar Se Dekho
क्या आप सोच-समझ कर प्यार करते हैं या यह बस हो जाता है? जब आपको प्यार होता है तो आप क्या उम्मीद करते हैं – रोमांस, खुशी, आनंद। लेकिन जब आपका रिश्ता टूटता है तो क्या होता है – ढेर सारी संवेदनाएँ, दिल का दर्द, निराशाएँ… कई सवाल, कई जवाब? लेकिन एक चीज़ जो निरंतर है वो है प्यार। इस कहानी में देखिए कि जब इंजीनियरिंग कर रहे रौनक को उसकी स्कूल की सहपाठी पूजा के प्रेम का डंक लगा तो क्या हुआ। किसी तीसरे के कारण उसका पहला प्यार एक तरफा प्रेम प्रसंग से अधिक कुछ नहीं हो सका। और जब रौनक ने सारी उम्मीदें खो दी, तब उसने खुद को अपने सबसे अच्छे दोस्त सौम्य की पूर्व प्रेमिका मनाली की तरफ खिंचते हुए पाया। है न एक उलझी हुई कहानी! और यहाँ आती है बारी किस्मत की जो पूरा खेल ही बदल देती है। अचानक रौनक की जिंदगी में ऐसा कुछ आता है जो उसकी ज़िन्दगी का रुख ही बदल देता है। रौनक के साथ प्यार, रोमांस, विश्वासघात और नियति के इस सफर को इस कहानी में जीयें।
| Published Year | 2023 |
|---|---|
| Page Count | 238 |
| ISBN | 9788119601370 |
| Language | Hindi |
| Author |
Ritesh Karnani |
| Publisher |
Kalamos Literary Services |







