सांझ सवेरे 33 हिन्दी कविताओं का संग्रह है, जो भावनाओं, अनुभव, प्यार, दोस्ती, टूटा हुआ दिल, छोटी-छोटी बातों और उनकी पहलुओं के बारे में बात करता है जिनसे एक व्यक्ति अपने जीवन में गुज़रता है ।
यह हमारे समाज पर भी एक प्रतिबिंब है और इसके द्वारा निर्धारित मानदंडों को चुनौती देता है ।
‘सांझ सवेरे’ नाम रात और दिन का प्रतीक है, और यह जीवन और उसकी भावनाओं का द्वंद्व है जिसे मैंने अपनी कविता के माध्यम से व्यक्त करने की कोशिश करी है ।
उम्मीद करती हूँ कि आप मेरे विचारों और भावनाओं को पसंद करें ।
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Saanjh Savere
सांझ सवेरे 33 हिन्दी कविताओं का संग्रह है, जो भावनाओं, अनुभव, प्यार, दोस्ती, टूटा हुआ दिल, छोटी-छोटी बातों और उनकी पहलुओं के बारे में बात करता है जिनसे एक व्यक्ति अपने जीवन में गुज़रता है ।
यह हमारे समाज पर भी एक प्रतिबिंब है और इसके द्वारा निर्धारित मानदंडों को चुनौती देता है ।
‘सांझ सवेरे’ नाम रात और दिन का प्रतीक है, और यह जीवन और उसकी भावनाओं का द्वंद्व है जिसे मैंने अपनी कविता के माध्यम से व्यक्त करने की कोशिश करी है ।
उम्मीद करती हूँ कि आप मेरे विचारों और भावनाओं को पसंद करें ।
Published Year | 2023 |
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Page Count | 75 |
ISBN | 978-93-91142-53-7 |
Language | Hindi |
Author |
Himanee Bhatia |
Publisher |
Kalamos Literary Services |